नमस्कार दोस्तों आज हम छठ पूजा के बारे बात करेंगे। और बताएंगे इस महापर्व के बारे ।
छठ महापर्व बिहार झारखंड और पूर्वी उत्तर प्रदेश का एक बहुत बड़ा पर्व है । यह त्योहार आस्था का पर्व है। छठ पूजा की शुरुआत कार्तिक महीने में शुक्ल पक्ष के खष्टी यानी छठी तिथि से हो जाती हैं यह पर्व 4 दिनों तक मनाया जाता है।इस ब्रत में महिलाएं 36 घंटा का निर्जल ब्रत रखती है इस ब्रत में उगते सूर्य और डूबते सूर्य को अर्घ्य दिया जाता है।
छठ क्यो मनाया जाता हैं ।
पौराणिक कथाओं के अनुसार भगवान श्रीकृष्ण ने उत्तरा को यह ब्रत रखने और पूजा करने का सुझाव दिया था। ऐसा कहा जाता है जब महाभारत के युद्ध के दौरान जब अभिमन्यु और उत्तरा के पुत्र को गर्भ में ही मार दिया गया था।तब उस जान को बचाने के लिए भगवान कृष्ण ने उत्तरा को खष्टी ब्रत करने को कहा। इसलिए इस ब्रत यानी छठ पूजा को संतान की लंबी उम्र के लिए भी जाना जाता है।
कब मनाया जाएगा छठ पूजा
चार दिन चलने वाला यह पर्व छठ पूजा इस साल यानी 8 नवम्बर 2021 से शुरू होगा। 8 नवम्बर से नहाय खाय से इस पर्व की शुरुवात होंगी तथा अगले दिन खरना और डूबते सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा और उसके अगले दिन सुबह सुबह उगते सूर्य को अर्घ्य देकर इस पर्व का समापन किया जाता हैं
इस पूजा में मुख्यतः लगने वाली चीजें
इस पूजा की विशेषता यह है कि छठ पूजा में आपकी इच्छानुसार जीतना फल सामग्री जुटा सकते है चढ़ाने के लिए उतना ही अच्छा है मुख्यतः इस पूजा में गन्ना, नारियल, सेव, निम्बू, केला, अन्ननास,संतरा, सीताफल, और बहुत सारे फल लगते हैं इस पर्व में साफ सफाई और शुद्धता का काफी ख्याल रखा जाता है। छठ पूजा में पकवान भी तरह तरह के बनाये जाते है इनमे से छठ पूजा में मुख्य पकवान खस्ता, मालपुआ आदि होते है
लोगों का आस्था से जुड़ा है छठ पूजा
लोगों में आस्था का प्रतीक है ये पूजा ऐसी मान्यता है कि लोग छठ माता की पूजा पुत्र प्राप्ति के लिए करते है और उनकी मन्नतें पूरी भी होती हैं। यह पर्व का चर्चा अब तो पूरे देश और विदेशों में भी हो रही है।
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